➤ Draft Internship Policy Dated 17.09.2018 13.7 MB
पूर्वी क्षेत्र: कोलकाता | दक्षिणी क्षेत्र: चेन्नई | उत्तरी क्षेत्र: कानपुर | पश्चिमी क्षेत्र: मुंबई |
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नागालैंड | तमिलनाडु | दिल्ली | छत्तीसगढ़ |
सिक्किम | तेलंगाना | हरियाणा | महाराष्ट्र |
ओड़िशा | आंध्र प्रदेश | हिमाचल प्रदेश | मध्य प्रदेश |
मिजोरम | कर्नाटक | उत्तर प्रदेश | गुजरात |
मणिपुर | केरल | जम्मू और कश्मीर | गोवा |
झारखंड | पुडुचेरी | पंजाब | दमन दीव और & दादरा नगर हवेली |
बिहार | लक्षद्वीप | राजस्थान | |
असम | उत्तराखंड | ||
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह | चंडीगढ़ | ||
अरुणाचल प्रदेश | |||
मेघालय | |||
त्रिपुरा | |||
पश्चिम बंगाल | |||
संपर्क विवरण: निदेशक और क्षेत्रीय केन्द्रीय शिक्षुता सलाहकार |
संपर्क विवरण: निदेशक और क्षेत्रीय केन्द्रीय शिक्षुता सलाहकार |
संपर्क विवरण: संपर्क विवरण |
संपर्क विवरण: निदेशक और क्षेत्रीय केन्द्रीय शिक्षुता सलाहकार |
कौशल विकास मिशन के तहत भारत सरकार, ने इंटर्नशिप कार्यक्रम के माध्यम से स्नातक और डिप्लोमा इंजीनियरों को कौशल योग्य बनाने के लिए एक नई पहल की है। इसका उद्देश्य उद्योगों के व्यावहारिक क्षेत्र में कौशल और ज्ञान को विकसित करना है। तकनीकी शिक्षा प्रणाली के संबंध में उद्योगों की चिंता केवल स्नातक और डिप्लोमा इंजीनियरों को तैयार करना नहीं करना नहीं, अपितु इसका समाधान उद्योगों को अपने उद्योगों / स्थापनाओं में उचित समय में इंटर्नशिप सुविधाएं प्रदान करके किया जा सकता है| इसलिए, यदि ऐसे तकनीकी छात्रों उद्योग / स्थापना के माध्यम से कार्य की वास्तविक दुनिया के संपर्क में आते हैं, तो यह उद्योगों / स्थापना को बाजार में उद्योग के क्षेत्र में कार्य करने हेतु तैयार स्नातक की उपलब्धता को बढ़ाकर भी मदद कर सकता है तथा प्रतिस्पर्धी बाजार में अपनी उत्पादकता में वृद्धि कर वे कुशल मानव संसाधनों की आवश्यकता को पूरा कर सकते हैं|
कौशल विकास मिशन के तहत भारत सरकार, ने इंटर्नशिप कार्यक्रम के माध्यम से स्नातक और डिप्लोमा इंजीनियरों को कौशल योग्य बनाने के लिए एक नई पहल की है। इसका उद्देश्य उद्योगों के व्यावहारिक क्षेत्र में कौशल और ज्ञान को विकसित करना है। तकनीकी शिक्षा प्रणाली के संबंध में उद्योगों की चिंता केवल स्नातक और डिप्लोमा इंजीनियरों को तैयार करना नहीं करना नहीं, अपितु इसका समाधान उद्योगों को अपने उद्योगों / स्थापनाओं में उचित समय में इंटर्नशिप सुविधाएं प्रदान करके किया जा सकता है| इसलिए, यदि ऐसे तकनीकी छात्रों उद्योग / स्थापना के माध्यम से कार्य की वास्तविक दुनिया के संपर्क में आते हैं, तो यह उद्योगों / स्थापना को बाजार में उद्योग के क्षेत्र में कार्य करने हेतु तैयार स्नातक की उपलब्धता को बढ़ाकर भी मदद कर सकता है तथा प्रतिस्पर्धी बाजार में अपनी उत्पादकता में वृद्धि कर वे कुशल मानव संसाधनों की आवश्यकता को पूरा कर सकते हैं|
यह एक प्रसिद्ध ज्ञात तथ्य है कि यदि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम को उद्योगों द्वारा प्रभावी ढंग से कार्यान्वित किया जाए, तो यह उन्हें एक ओर लाभान्वित करेगा और दूसरी ओर स्नातक के विद्यार्थियों के लिए उनके संस्थानों से उत्तीर्ण होने के तुरंत बाद प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसरों को सृजित करेगा। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने अपने अध्ययन के दौरान तकनीकी स्नातक के लिए तीन इंटर्नशिप कार्यक्रम अनिवार्य किए हैं। यह महत्वाकांक्षी मिशन उद्योगों / स्थापनाओं के संसर्ग में सक्रिय भागीदारी और सहयोग के बिना सफल नहीं होगा। बीओपीटी (ईआर), कोलकाता इंटर्नशिप कार्यक्रम के प्रभावी कार्यान्वयन और भारत सरकार के उद्देश्य की पूर्ति के लिए देश के पूर्वी क्षेत्र के 13 राज्यों में स्थित सभी उद्योगों / प्रतिष्ठानों और तकनीकी संस्थानों से समर्थन मांगता है।
यह सभी तकनीकी संस्थानों (इंजीनियरिंग डिप्लोमा कॉलेज) और भारत के पूर्वी क्षेत्र के 13 राज्यों में स्थित उद्योगों / प्रतिष्ठानों की सूचना के लिए है।
शिक्षा तथा सभी प्रकार व्यवसायों के विभिन्न स्तरों पर कौशल विकास हाल के दिनों में भारत सरकार का केंद्रीय बिंदु रहा है। प्रधान मंत्री की पहल के अधीन, कौशल विकास कार्यक्रम को देश भर में विभिन्न रूपों और तरीकों से क्रियान्वित और निगरानी की जा रही है। उद्योग हमेशा अपने विचार व्यक्त करते हैं कि तकनीकी संस्थानों से बाहर निकलने वाले अधिकांश स्नातक बेरोजगार हैं। तदनुसार, रोजगार में सुधार के लिए, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने ऐसे छात्रों के लिए एक अनिवार्य इंटर्नशिप कार्यक्रम शुरू किया है, जिसका उद्देश्य स्नातक को आज के तेजी से बदलती प्रौद्योगिकी में रोजगार हेतु सक्षम उद्योग बनने के लिए आवश्यक कौशल को विकसित और प्राप्त करना है। ।
इस दिशा में, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार ने बीओपीटी (ईआर), कोलकाता और अन्य तीन क्षेत्रीय बोर्डों को अपने संबंधित क्षेत्रों में इंटर्नशिप कार्यक्रम की निगरानी करने का कार्य सौंपा है। यह भी उल्लेख करना है कि कई तकनीकी संस्थान पहले ही इंटर्नशिप कार्यक्रमों को लागू कर चुके हैं। फिर भी, ऐसे इंटर्नशिप कार्यक्रमों को राष्ट्रीय डेटा में उचित मान्यता और प्रदर्शित नहीं किया गया है। इसलिए, बीओपीटी (ईआर), कोलकाता इंटर्नशिप कार्यक्रम को अधिक प्रभावी ढंग से कार्यान्वित करने के लिए सभी संबंधित संस्थानों और प्रतिष्ठानों से और भारत सरकार सहित सभी हितधारकों के सुझाव, विश्लेषण और प्रतिक्रिया देने के लिए बीओपीटी (ईआर), कोलकाता में ऐसे सभी डेटा प्रस्तुत करने का आग्रह करेगा। हितधारकों की जानकारी के निर्बाध साझाकरण के लिए ई-प्लेटफॉर्म यानी वेबपोर्टल विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, जब तक कि इस तरह का मंच पूरी तरह कार्यात्मक नहीं होता है, तब तक हम सभी हितधारकों को बीओपीटी (ईआर), कोलकाता द्वारा विकसित प्रक्रिया को अपनाने हेतु स्वागत करते हैं| इंटर्नशिप कार्यक्रम की प्रक्रिया संस्थानों और उद्योगों / प्रतिष्ठानों के अनुकूलन के लिए www.bopter.gov.in पर उपलब्ध है।
तकनीकी संस्थानों और उद्योगों से सहायता और सहयोग की अत्यधिक अपेक्षा है।
बी.ई. / बी.टेक पाठ्यक्रमों के दूसरे, तीसरे और चौथे वर्ष तथा डिप्लोमा पाठ्यक्रम के दूसरे और तीसरे वर्ष के दौरान 4 से 8 सप्ताह का प्रशिक्षण या तकनीकी शिक्षा के विश्वविद्यालयों / राज्य बोर्ड के पाठ्यक्रम में दर्शाए गए के अनुसार।
कदम | गतिविधि | गतिविधि | फॉर्म |
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1 | इंटर्नशिप स्थानों के लिए अग्रेषण / अनुरोध करना - संस्थानों से प्रत्येक वर्ष (से / तक) विषयानुसार और संख्या और अवधि (फॉर्म: आई.एन.टी.-01_17) (प्रत्येक वर्ष 31 मार्च की समाप्ति पर) | संस्थान | फॉर्म आई एन.टी. 01-17 |
2 | संस्थानों से मांग के आधार पर विभिन्न स्थास्थापनाओं में इंटर्नशिप कार्यक्रम के लिए प्रशिक्षण स्थानों को व्या.प्र.बो.(पू.क्षे.) द्वारा चिन्हित करना तथा छात्रों संस्थान के साथ मानचित्रित / टैग कर इंटर्नशिप कार्यक्रम के लिए प्रत्येक वर्ष उन्हें भेजना । | व्या.प्र.बोर्ड.(पू.क्षे.) | |
3 | clearly specifying the period of training and the fact that the said training program is as per the course curriculum (Form:INT-02/17). | Institution | Form_INT-02_17 |
4 | Establishments to get the sponsored students of the Institutions to join and provide training for the period specified and send details in the format (Form: INT-03/17) to BOPT (ER) | Establishments | Form_INT-03_17 |
5 | BOPT(ER) to register the Intern and provide Registration No. to the Estabs./Industries and Institutions. | व्या..प्र.बो.(पू.क्षे.) | |
6 | भारत सरकार की ओर से प्रवीणता प्रमाणपत्र (सीओपी) जारी करना। | व्या..प्र.बो.(पू.क्षे.) |